Sunday, March 4, 2012

खट्टा मिठा अचार- गोभी ,गाजर,शलजम



सर्दी के मौसम में फूल गोभी, गाजर,   शलजम इत्यादि आप चाहेतो लहसुन,प्याज या मटर भी डाल सकते है   अगर मटर भी नही चाहते तो नही डाले ये अचार २ तरह से बनता है राई वाला खट्टा अचार और खट्टा मिठा अचार-आइये बनाते है
खट्टा मिठा अचार- गोभी ,गाजर,

सामग्री -
गोभी -५०० ग्राम  
गाजर -५०० ग्राम  
हरे मटर के दाने -२०० ग्राम
शलजम - ५०० ग्राम  
हरी मिर्च-२५० ग्राम
अदरक-१००ग्राम
नमक - स्वादानुसार(३००ग्राम)
मैथी -१०ग्राम
सौंफ -१०ग्राम
राई या पीली सरसों- ५०ग्राम (पिसी हुई)
हल्दी पाउडर - २५ग्राम
काली मिर्च--५ग्राम
जीरा--१०ग्राम
बडी इलायची-२,३
मंगरैल-१०ग्राम
दालचीनी -२ग्राम
गरम मसाला-२चम्मच
गुड--१००ग्राम
इमली--५०ग्राम
लाल मिर्च पाउडर -  १०ग्राम
सिरका -  १/२कप या
एसीटीक एसिड-२०ग्राम
हींग - एक चने के दाने के बराबर
सरसों का तेल - २०० ग्राम


विधि -
सब्जियों को इच्छानुसार टुकडो में काट्कर साफ़ पानी मे अच्छी तरह से धो लिजीये अदरक,हरी मिर्च को अलग रख दिजीये।
किसी बर्तन में इतना पानी गरम करने रख दीजिये कि सब्जियां पूरी तरह डूब सकें, पानी में उबाल आने पर सारी कटी हुई सब्जियां उबलते पानी में डाल दिजीये ४-५ मिनिट उबालिये और ढककर ५ मिनिट के लिये रख दीजिये। ४-५ मिनट मे सब्जियां मुलायम हो जाती है  मुलायम सब्जियों का पानी किसी चलनी में छान कर निकालिये और टुकडो को किसी धुले मोटे कपड़े के ऊपर, डाल कर धूप में  ४-५  घंटे सुखाइये.अदरक को साफ़ कर के टुकडो में काट  लें  ,हरी मिर्च के डंठ्ल तोड कर चीरा लगा दिजीये। या २ टुकडो में काट लिजिये

प्याज लहसुन अगर डालना चाहते है तो थोडे से तेल केसाथ हल्का भुन लेंते है

जीरा, मैथी, सोंफ, राई, काली मिर्च, लोंग और दालचीनी को दरदरा पीस लीजिये और बड़ी इलाइची को छील कर कूट कर अलग रख लीजिये.

जब सब्जियों में पानी बिलकुल न रहें तब कढ़ाई में तेल  गरम कीजिये  गरम तेल मेंहींग,  हल्दी पाउडर और पिसे हुये मसाले डालिये, चमचे से चलाकर थोड़ा सा भूनिये, अब गोभी गाजर और शलजम के टुकड़े डाल कर नमक और लाल मिर्च डालिये, सारी चीजों को आग पर अच्छी तरह मिला लीजिये.  आग बन्द कर दीजिये

इमली को थोडे से पानी मे भीगोकर हाथ से मसल कररेशा बीज निकाल कर फ़ेक दिजिये।प्राप्त रस में गुड को मिलाकर पकाकर पेस्ट तैयार कर  लीजिये  इस पिघले गुड़ को छानिये और मसाले मिले अचार में मिला दीजिये, कुटी हुई इलाइची डालिये अचार पतला दिखाई दे रहा है तो उसे गाड़ा होने तक पका लीजिये.
सिरके के स्थान पर हम अचार में-acetic acid-डालते हैबहुत से लोगो को सिरके किगंध नही अच्छी लगती है अत:आप जो चाहे इस्तेमाल करें

गोभी, गाजर और शलगम के अचार को अच्छी तरह ठंडा होने के बाद कांच या प्लास्टिक कन्टेनर में भर कर रख दीजिये, लीजिये अचार तैयार है आप ये अचार तुरन्त  खा सकते हैं, लेकिन अचार का असली स्वाद ४,५ दिन बाद मिल पाता है जब तक सब्जियों में सारे मसाले अन्दर तक जप्त हो जाते हैं.





शलजम, गोभी, गाजर, का अचार



सर्दी के मौसम में फूल गोभी, गाजार, मटर,  शलजम इत्यादि को मिला कर मिक्स अचार बनाया  जा सकता है,मगर  इस अचार को बनाने के लिये आप सर्दी के अन्त में बनाये क्योंकी अन्त में सब्जियां थोडी पक जाती है यानी की बहुत जल्दी नही गलती हैअपनी इच्छा के अनुसार सब्जियां चुन लीजिये और अचार बना लें तो आइये  अचार बनाते है आप चाहेतो लहसुन,प्याज या सेम भी डाल सक्ते है   अगर मटर भी नही चाहते तो नही डाले


सामग्री -
गोभी -१किलो
गाजर - १किलो
हरे मटर के दाने -५०० ग्राम
शलजम - ५०० ग्राम  
हरी मिर्च-२५० ग्राम
अदरक-१००ग्राम
हींग - एक चने के दाने के बराबर

सरसों का तेल - 200 ग्राम ( आधा कप )
राई यापीली सरसों- १००ग्राम (पिसी हुई)
हल्दी पाउडर - ५०ग्राम
लाल मिर्च पाउडर -  २५ग्राम

नमक - स्वादानुसार(३००ग्राम)
मैथी - 2छोटी चम्मच
सौंफ - 2छोटी चम्मच
सिरका -  १/२कप (२ नीबू का रस)
एसीटीक एसिड-२०ग्राम



विधि -सब्जियों को इच्छानुसार टुकडो में काट्कर साफ़ पानी मे अच्छी तरह से धो लिजीये अदरक,हरी मिर्च को अलग रख दिजीये।
किसी बर्तन में इतना पानी गरम करने रख दीजिये कि सब्जियां पूरी तरह डूब सकें, पानी में उबाल आने पर सारी कटी हुई सब्जियां उबलते पानी में डाल दिजीये ४-५ मिनिट उबालिये और ढककर ५ मिनिट के लिये रख दीजिये। ४-५ मिनट मे सब्जियां मुलायम हो जाती है  मुलायम सब्जियों का पानी किसी चलनी में छान कर निकालिये और टुकडो को किसी धुले मोटे कपड़े के ऊपर, डाल कर धूप में  ४-५  घंटे सुखाइये.अदरक को साफ़ कर के टुकडो में काट  लें  ,हरी मिर्च के डंठ्ल तोड कर चीरा लगा दिजीये। या २ टुकडो में काट लिजिये

जब सब्जियों में पानी बिलकुल न रहें तब इन्हैं एक बड़े बर्तन में डालिये, पीली सरसों, हल्दी पाउडर, नमक, लाल मिर्च, मैथी, सोंफ तेल और हींग डालिये और अच्छी तरह मिला दीजिये, सिरका या नीबू का रस भी मिला दीजिये.सिरके के स्थान पर हम अचार में--डालते हैबहुत से लोगो को सिरके किगंध नही अच्छी लगती है अत:आप जो चाहे इस्तेमाल करें



अचार को सूखे हुये कांच के मर्तबान  में भर कर रख दीजिये, २ दिन में १ बार चमचे से अचार को ऊपर नीचे कर दीजिये.  २,३  दिन में यह अचार खट्टा और स्वादिष्ट हो जाता है.

 शलगम ,गोभी, गाजर का अचार  तैयार है, अचार को कभी भी कन्टेनर से निकालिये और खाइये, यह अचार १महिने तक बिलकुल अच्छा रहता है,  अधिक दिन चलाने के लिये  आप अचार को फ्रिज में रख दिजीये या इतना तेल डाल दीजिये कि अचार तेल में डूबा रहे.


नमस्कार,बहुत समय से मैं अपने ब्लाग से नही जुड पा रही थी कुछ परेशानीयों कि वजह से माफ़ी चाह्ती हुं जहां पर रुक गये थे वहीसे कदम बढाते है आशा है आप को जरुर पसदं आयेगी







Wednesday, July 20, 2011

करोंदे का अचार

अचार खाने के स्वाद भूख दोंनों को बढ़ा देते हैं, और यदि घर में कई प्रकार के अचार हो, तब तो बहुत ही अच्छा है. इस समय करोंदे बाजार में आ रहे हैं. करोंदे  का अचार बहुत ही स्वादिष्ट बनता है. आइये करोंदे का अचार  बनायें.


सामग्री *****
करोंदे  - ५०० ग्राम
हरा मिर्च-१०० ग्राम
तेल - २५०  ग्राम
हींग -  २ ग्राम
हल्दी पाउडर - १० ग्राम
सोंफ -२५  ग्राम
मेथी-१० ग्राम
मगैरल-१० ग्राम
पीली सरसों,राई-२५ ग्राम
नमक - १०० ग्राम
लाल मिर्च -  १० ग्राम

विधि *** करोंदे को पानी से   धोकर साफ कर लीजिये| थाली या चलनी में रखकर पानी सुखा दीजिये. अब इन करोंदों को दो भागों मे काट लीजिये करोंदे में  से  बीज  चाकू की सहायता से निकाल दीजिये।
मगैरल को वैसे ही रखे भुने नही,सरसो(राई) को बारिक पीस लीजिये।

सभी मसालो को भुनकर पीस ले हिन्ग को थोडे से तेल मे भुन लीजिये।
अब सभी मसालो को व करोंदोको मिला लीजिये।
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कर लीजिये.  गैस बन्द कर दीजिये।तेल ठंडा होने पर अचार मे मिला दीजिये।
 ये करोंदे का अचार बन गया है। करोंदे का अचार को ठंडा होने के बाद, किसी कांच या प्लास्टिक के कन्टेनर में भर कर रख दीजिये।

यदि आप अचार को धूप में रख सकें तो, अचार के डिब्बे को 4-5 दिनों तक धूप में रखिये      
और रोजाना अचार को दिन में एक बार चमचे की सहायता से ऊपर नीचे कर दीजिये.  यदि आप धूप में नहीं रख सकते हैं,तो भी अचार को रोजाना ऊपर नीचे करते रहैं और आप चाहे तो 5-6 दिन बाद  उस में एसेटिक एसीड मिला दीजिये  इससे अचार काफ़ी दिनो तक ताजा रह्ता है।लीजिये अब आप भी बनाइये और खिलाइये

करेले का अचार

       
करेले का भरवां अचार***


करेले को भरवां और  गोल काट कर दोनों तरह के अचार बनाया जाता हैं
भरवा करेले का अचार बनाने के लिये छोटी किस्म के करेले लेने होंते है और कटे हुये करेले बनाने के लिये छोटे या लम्बे किस्म कोई भी करेले लिये जा सकते हैंतो आइये बनाते है करेले का अचार
सामग्री -
करेले - 500 ग्राम  
जीरा - 2 छोटी चम्मच
मैथी - 2 टेबल स्पून
मगैरल-2 टेबल स्पून
सोंफ - 4 टेबल स्पून
राई या पीली सरसों - 2 टेबल स्पून
हल्दी पाउडर - 1 टेबल स्पून
लाल मिर्च -  1 टेबल स्पून
काला नमक - 1 छोटी
सादा नमक -  2 टेबल स्पून
गरम मसाला - आधा छोटी चम्मच
सरसों का तेल - 200 ग्राम (एक कप)
सिरका - एक टेबल स्पून या 2 नीबू का रस
हींग - आधी चम्मच
कच्चा आम - १आम

विधि**
करेलों को साफ पानी से 2 बार धो लीजिये.
धुले हुये करेलो को चलनी या थाली में रख कर पानी को सुखा लीजिये। डंठल काट कर अलग कर दीजिये हल्का हल्का उपर से छिल लीजिये। करेले को पतले पतले गोल कतरे काट कर बना लीजिये या साबुत ही लम्बाई मे चीर लिजीये।

इन करेलो को 1 छोटी चम्मच नमक  व हल्दी लगाकर किसी बर्तन में 1 घंटे के लिये  रख दीजिये, इस तरह करेले से कड़्वा पानी निकल कर अलग हो जाता है। अब इन नमक लगे करेले को उबलते पानी डालिये और 5 मिनिट के लिये ढक कर रख दीजिये, करेलों को चलनी में डालिये ताकी  अतिरिक्त पानी निकल जाये। करेले को टुकड़ों को हवा या धूप में 2 -3 घंटे के लिये धुले साफ कपड़े पर फैला कर रख दीजिये ताकि इनका सारा पानी सूख जाय।

हींग, जीरा, मैथी और सोंफ को सूखा हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिये, ये भूने मसाले और पीली सरसों को पीस लीजिये,बचे हुये सभी मसाले- आम का कद्दुकस किया गुदा व थोडा सा तेल मिलाकर करेलो मे भर दीजिये।और मर्तबान में भर दीजिये।
आप चाहे तो करेलो को धागे से बाध भी सकते है इससे मसाला बाहर नही निकले गा

आम नही है तो नीबू का रस निकाल कर डालिये
चार दिन तक रोजाना अचार को सूखे चम्मच से चला कर ऊपर नीचे कीजिये  यह बड़ा ही स्वादिष्ट अचार बनता है.

आप अगर जल्दी खाना चाहते है तो कडाही मे तेल गरम करके करेले उस में थोडे भुन लीजिये बस अचार तैयार है

यह करेले का अचार 15 -20 दिन तक खाया जा सकता है, अधिक दिन तक अचार खाने के लिये आप इस अचार में ज्यादा सरसों का तेल डाल दीजिये कि अचार तेल में डुबा रहे।

Tuesday, July 19, 2011

आम का हींग वाला अचार



आम का हींग वाला अचार****


 सामग्री -
कच्चे आम - 1 किलो
नमक - 100 ग्राम
हल्दी पाउडर - 2 छोटी चम्मच
हींग – 1 छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर -1 छोटी चम्मच
सरसों का तेल – 4-5 टेबल स्पून

विधि -
आम को साफ पानी से धो लीजिये। पानी को सुखाकर  छील लीजिये।  आम के छोटे छोटे टुकड़े में काट लीजिये।

सुखा साफ कांच या प्लास्टिक का जार लीजिये, आम के टुकड़े जार  में डालकर, नमक और हल्दी पाउडर डाल दीजिये, चमचे से अच्छी तरह मिलाकर  बन्द करके धूप में रख दीजिये।
 अगर धूप नही हो तो ये धूप के बिना भी रखा जा सकता है। अचार को  चमचे से चला कर ऊपर नीचे कर दीजिये.

2 दिन बाद इस अचार में हींग पीस कर, लाल मिर्च पाउडर और सरसों का तेल गरम करें और ठंडा करके मिला दीजिये.
                                                                                                   

आम का हींग वाला अचार तैयार है,  4-5 दिन बाद अचार तैयार हो जायेगा और अचार का स्वाद हफ़्ते भर बाद और अच्छा हो जाता है.ये अचार बहुत जल्द खाने के लिये तैयार हो जाता है और तेल भी बहुत कम काम मे आता है ज्यादा दिन तक रखना चाहते है तो या तो फ़िज में या फ़िर तेल ज्यादा डाल के रखे कई दिन तक ठिक रहेगा।

 इस अचार को आप  खट्टा मिट्ठा भी बना सकते है
यदि  खट्टा मिट्ठा अचार पसन्द करते हों तो जब आम को नमक हल्दी में गलने के बाद इसमें लाल मिर्च और हींग के साथ  100 ग्राम चीनी मिला दें।  आम के खट्टा मिट्ठा अचार में सरसों का तेल नहीं मिलाया जाता.

लिजीये आम का हींग का खट्टा मिट्ठा अचार तैयार  है।

Saturday, July 9, 2011

शलगम का अचार



सामग्री - 
शलगम----500ग्राम
नमक---1बडा चम्मच
लाल मिर्च----1 चम्मच
हल्दी---1 चम्मच
राई---25ग्राम
सौफ़--50-ग्राम
सरसो का तेल---200ग्राम
विधि----
शलगम को साफ़ पानी से धोकर साफ़ कपडे पर फ़ैला दीजिये ।
पानी सुख जाने पर शलगम को   4,5 टुकडो में काट  लीजिये | कटे टुकडो को उबले पानी में३,५ मिनट के लिये डाल कर मुलायम कर लीजिये। शलगम को साफ़ कपडॆ पर फ़ैला दीजिये ताकी पानी सोख जाये। सभी मसाले मिला दीजिये।                                         


सरसो के तेल को गरम करके अचार मे मिला दीजिये और शलगम  अचार को   कांच के किसी जार में भर कर रख लीजिये
 3,4 दिन में अचार भी खाने के लिये तैयार है 


सभी  अचार को एक दो दिन तक थोडी देर के लिये धुप मे रख देना चाहिये

धूप मे रखने  से ठीक रह्ता है परन्तु नही है तो भी चले गा बस ३,४ दिन तो रह जायेगा परन्तु उस से ज्यादा रखने पर आप २,३ग्राम साइट्रिक एसीड( citric acid )या सिरका मिला दीजिये  जिस से खराब नही होगा 



Friday, July 8, 2011

नीबू का मसालेदार अचार

नीबू का मसालेदार अचार    
भारतीय खाने में अचार और चटनी का विशेष स्थान है, अगर अचार खाने के साथ रहता है तो खाने वालों की भूख बढ़ जाती है

सामग्री ***
    नीबू --- 1 किग्रा.
    नमक---- 200 ग्राम
    काला नमक--- 50 ग्राम
    जीरा - 2 ,3छोटी चम्मच
    अदरक--५०ग्राम
    मैथी--- 1 छोटी चम्मच
    काली मिर्च ---- 2 छोटी चम्मच
    लौंग --- 4,5
    बड़ी इलाइची --- 4,5


विधि****

नीबू के अचार बनाने के लिये, बाजार से अच्छे किस्म के पतले छिलके वाले, बिना धब्बों वाले नीबू ले लीजिये
नीबू को साफ पानी से धोइये,  सूखे साफ कपड़े से पोछिये, एक नीबू को 4  टुकड़े या जैसे आपको पसन्द हों काट लीजिये, उनके अन्दर के सारे बीज चाकू की सहायता से निकाल दीजिये।
फ़िर सब फ़ाकों को  थोडा सा मसल दीजिये।

मसालो को साफ़ करके   दरदरा पीसलें और सबको एक साथ मिलाकर जार में भर दीजिये ६ -७ नीबू का रस निचोड़ कर इस अचार में और मिला दीजिये ताकि नीबू सूखे न रहें.और रस में अचार डुबा रहे।

दो तीन दिन के अन्दर सारा मसाला नीबू के अन्दर अच्छी तरह पहुंच जाता है, लीजिये आपका मसाले वाला नीबू का अचार तैयार हैं.