Wednesday, September 29, 2010

आलू के मेवोंवाले लड्डू






फलाहारी व्यजंन बनाने की प्रचलित विधीयों में थोडा हेरफेर कर के सर्वथा नया रगं रुप व स्वाद दिया जा सकता है आलु का विशेष महत्व है व्रत में आइये आज हम आलू को ही नया रुप देते है बनाते है आलू के मेवोंवाले लड्डू

सामग्री::

आलू---४बडे साइज के

घी---५०ग्राम

खोवा--१००ग्राम

चीनी(बूरा)--१००ग्राम

नारियल का बुरादा--१००ग्राम

थोडा सा इलायची पावडर

काजू तले हुये व थोडे से पिस्ते,बादाम सजाने के लिये


विधि----

आलू को उबाल कर कद्दुकस कर लीजिये।बहुत ज्यादा नही उबल जायें खयाल रखीयेगा

कडाही में घी गर्म करीये व आलूकी पिठ्ठी को भून लीजिये।सुनहरा भून जाने पर खोवा व ईलायची

डाल कर अच्छी तरह से चलाइये व ठंडा होने दीजिये। ठंडा होने पर बूराचीनी व नारियल का बूरादा

डाल कर अच्छी तरह से मिला लीजिये अंदर काजू भर कर लड्डू बना लीजिये। हल्का सा उपर से

अगुंठे से दबा दीजिये

उपर से बारीक कटे पिस्ता, बादाम से सजा दीजिये।बस झट से भोग लगा कर आपभी भोग लगाइये।

एक बार बनाके देखिये आप बार-बार बनायेगी।


Tuesday, September 28, 2010

कूटू-खीरे का चीला





सामग्री---
कूटू का आटा--५०ग्राम
सिघांडे का आटा--५०ग्राम
खीरा--१ कद्दुकस किया हुआ
हरी मिर्च--(२बारीक कटी)
सैधा नमक--स्वादानुसार
काली मिर्च--स्वादानुसार
तेल--सेकने के लिये

विधि---
कूटू का आटा व सिंघाडे का आटा दोनो को मिला लीजिये। खीरे को छिल कर उसे कद्दु कस कर लीजिये।
अब दोनो प्रकार के आटे में नमक बारीक कटी हरी मिर्च, काली मिर्च व खीरे का कस मिलाकर पानी की सहायता से घोल बना लीजिये।
नाँनस्टिक तवे को गर्म कीजिये व तैल लगा कर सुनहरे चीले बना लीजिये। ये कूटू व खीरे के चीले बहुत ही स्वादिष्ट व कुरकुरे बनते है। आप जरुर इनको बनाइये गा बहुत जल्दी बनने वाली रेसपी है।

Thursday, September 23, 2010

साबूदाने की खिचड़ी

साभार गुगल

साबूदाने की खिचड़ी
व्रत मे हम साबूदाने के व्यंजन बना के खा सकते है
साबूदाने की खिचड़ी मे हम कोइ भी दाल नही डालेगें इसे खिचड़ी के स्थान पे साबूदाने का पोहा कहें तो ज्यादा सही रहेगा। साबूदाने दो तरह के होते हैं एक बड़े और एक छोटे आकार के साबूदाने साबूदाने की खिचड़ी बनाने के लिये हम बड़े साबूदाने ले कर बनायेगे तो खिली खिली रहेगी व छोटे साबूदानो के चिपक ने का खतरा ज्यादा रह्ता है साबूदानो को १,२ घंटे के लिये भीगने जरुर दीजिय वरना अच्छी नही बनेगी
सामग्री::::
साबूदाना---२५० ग्राम
मूंगफली के दाने--५० ग्राम
जीरा --१/२ चम्मच
आलू२मध्यम आकार के
हरा धनियां---थोड़ा सा बारीक कटा
हरी मिर्च--२ बारीक कटी
काजु का टुकडा-- थोडा सा
तेल--२बड़े चम्मच
पिसी काली मिर्च--१/२ छोटा चम्मच
निम्बू का रस-- १छोटा चम्मच
सैधा नमक--स्वादानुसार
घी--२चम्मच
साबूदाने को साफ कर के धो कर पानी मे १/२ घटे के लिये भीगो दीजिये। भीगने के बाद अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये।और साबूदाने को करीब १घंटे के लिये रख दीजिये। वो फूल जाये्गें। अब आलु को छील कर धो लीजिये और चोकोर टुकडे काट कर रख लीजिये। पैन में गरम होने पर तेल या घी डालें व मूंगफली के दाने को भून लीजिये फिर आलूको भी गरम घी में डाल कर हल्के ब्राउन होने तक तल कर निकाल कर प्लेट में रख लीजिये।

बचे हुये गरम घी में जीरा डाल कर हरी मिर्च डाल दीजिये ओर काजू के टुकडे भी डाल दीजिये। फिर साबूदाना डाल कर उपर से नमक,कालीमिर्च डाल दीजिये।और उलट पलट दीजिये २,३ बार। गैस को मंदी कर दीजिये ढक्कन लगा दीजिये बस १५,२०मिनट में पक जायेंगे। ढक्कन खोलिये और देखिये कि साबूदाने नरम हो गये है यदि नहीं हुए हैंतो थोडा सा पानी छिडक दीजिये। और कढ़ाई को गैस से उतार लीजिये व नीम्बू का रस मिला दीजिये बस तैयार है साबूदाना की खिचड़ी।साबूदाना की खिचड़ी को प्लेट में निकाल लीजिये व हरा धनियां बुरक दीजिये।
नोट;;;आप बडे साबुदाने से खिचडी बना रहे है तो ६,७ घंटे के लिये जरुर भीगने दीजिये

Sunday, September 19, 2010

साबूदाने के कटलेट



गूगल से साभार


सामग्री---साबूदाना--१०० ग्राम


आलू--४बडॆ साइज के
मूंगफली दाने--२०ग्राम
अदरक --१टुकडा(कद्दुकस किया हुआ)
हरी मिर्च--५,६(बारिक कटी हुई)
निम्बू रस--१चम्मच
हरा धनिया--(१गुच्छी बारीक कटा)
सैधानमक--स्वादानुसार
तेल- तलने के लिये

विधि--

कटलेट हम छोटा साबूदाना ही ले कर बनायेगे ये जल्दी भीग जाते है व मिक्स हो जाते है
साबुदाने को अच्छी तरह से साफ कर के पानी मे भीगो दीजिये। १५-२० मिनट के बाद
साबूदानों में जो अतिरिक्त पानी दिखाई दे रहा है तो निकाल दीजिये। २-३ घन्टे वे खिल जायेंगे।

मूंगफली के दानो को भून कर उसके छिलके उतार लीजिये
भूने हुये दानों को दरादरा पीस लीजिये। एक मूंगफली के ४-५ टुकडे हो जाने चाहीये।
आलू को उबाल लीजिये और ठंडा कर के छील ले। छील कर अच्छी तरह से मैश कर लीजिये
भीगा हुआ साबूदाना व मुंगफली के दाने और आलू को आपस में खूब अच्छी तरह से मिलाले
और कटी हरी मिर्च, अदरक, बारीक कटा हरा धनियां, कटे काजू और सैधानमक भी अच्छी तरह मिला लीजिये।
साबूदाने का मिश्रण तैयार है ( चाहें तो इसमें थोडा निम्बू का रस भी डाल सकते हैज्यादा स्वादिष्ट लगेगें) अब हम इस से कटलेट बनायेंगे।



अब मिश्रण से थोड़ा सा मिश्रण निकाल कर गोल करें या हाथों को गीलाकर छोटे छोटे बॉल का आकार बना कर हथेली से गोल कर के कट्लेट की शेप दे दीजिये
ज्यादा सुविधा के लिये सब एक साथ ही बना कर रख लीजिये। उपर से भी साबूदाने में लपेट सकते है थोडे से दाने चिपक जायेगें जो सुन्दर लगते है।
कढ़ाई में तेल डाल कर गरम करें तेल इतना रक्खे कि तेल में कटलेट डूब जाये
गरम तेल में बने हुये कटलेट डालें और पलट पलट कर सुनहरा होने तक तलीये एक प्लेट में पेपर बिछायें और तले हुये कटलेट पेपर पर रखीये।
इसी तरह सारे कटलेट बनाकर तैयार कर लीजिये।आपके कटलेट तैयार है। गरमा गरम साबूदाना कटलेट हरे धनिये की चटनी के साथ खाइये (आप चाहे तो इसी मिश्रण से बड़े की शेप दे कर बडॆ भी बना सकती है)



कटलेट को हम दूसरी तरह से भी बना सकते है उसके लिये आप-आलू, कटी हरी मिर्च, अदरक, बारीक कटा हरा धनियां, और सैधानमक,निम्बू का रस सब को मिलाकर टिकीया बनाले उपर से साबुदाने में लपेट ले अच्छी तरह से लपेट ले ताकि साबूदाने चिपक जायें बस गरम तेल में सुनहरा होने तक तल ले।
आप किसी भी तरीके से बनाके देखिये बहुत ही स्वादिष्ट लगते है।आप बनाइये व मेहमानो को भी खिलाइये।


Thursday, September 16, 2010

लौकी का हलुआ

लौकी का हलुआ


सामग्री::::
लौकी--१किलो
चीनी--२५०ग्राम
मावा--२००ग्राम
घी(देशी)--५०
काजू ,किसमिस, छोटी इलायची कोछील कर पीस लिजीये


विधि::::
लौकी को छिल कर धोइये और कद्दूकस कर लीजिये। और बीज बाला हिस्सा छोड़ दीजीये। आप इसे फूड प्रोसेसर में भी कद्दूकस कर सकते हैं.


कद्दूकस की हुई लौकी को कढ़ाई में डालिये चीनी मिला कर गैस पर रख दीजीये।और गैस जला दीजिये। कढ़ाही में रखी लौकी को हल्के से चलाते रहिये. उबाल आने तक आप देखेंगे कि लौकी में काफी पानी की मात्रा दिख रही है

आप लौकी को हर 5 मिनिट बाद चलाते रहैं और पानी के खतम होने तक उसे पकने दीजीये।
जब लौकी का पानी भाप बन कर उड़ जाय तो इसमें घी डाल कर १० मिनिट तक भूने।


इसके बाद इसमें मावा, काजू और किसमिस डाल दीजिये और हलवे को चलाते रहीये।
१०-१५ मिनिट में हलवा बनकर तैयार हो जायेगा बस गैस बन्द कर दीजिये...ओर इलाइची डाल कर मिला दीजिये


लौकी के हलवे को प्याले में निकाल कर बारिक कटॆ काजू ऊपर से डाल कर सजा दीजिये लौकी का हलवा तैयार है. गरमा गरम लौकी का हलवा परोसिये और खाइये


इसे गुजराती में दुद्दी का हलुआ भी कह्ते है बहुत से लोगो के घर में उपवास में लौकी नही खाते है तो आप इसे बनाने के लिये उपवास का इन्तजार न करे कल ही बनायें



Friday, September 10, 2010

मेवे की खीर या मखाने की खीर

मेवे की खीर (मखाने की खीर)
सामग्री----
मखाने---५०ग्राम(१००ग्राम)
दूध---१ली०
बादाम---१०-१२ (४-५)
चिरोंजी--- १०ग्राम(थोडी सी )
चीनी---१००ग्राम
किसमिस---२०ग्राम(अंदाज से)
नारियल कसा--थोडा सा
इलाइची ---४-५ (छील कर पीस लें)
पिस्ता---२०ग्राम(अंदाज से)
घी--२चम्मच

विधि----
बादाम को पानी में भीगो दिजीये छिलका उतार कर लम्बे-२ काट लिजीये
कड़ाही में घी गर्म करके, उसमें मखानों को डालकर भून लिजीये भूने हुए मखानों को प्लेट में निकालकर ठंडा कर लें। ठंडा होने पर २-३ टुकडो में काट लिजीये। दूध को उबलने दें जब दूध थोडा उबल जाये तो उसमें कुटे हुए मखाने व साथ ही सारे मेवे भी डाल दिजीये, गाढ़ा होने तक पकाते रहें।
आधा घंटे तक धीमी गैस पर खीर पकने दें. हर 2-3 मिनिट के बाद खीर को चमचे से चलाते रहीये और जब लगे कि खीर गाढी हो गई है और चमचे से जब आप खीर को ऊपर से गिरायें तो मेवे और दूध एक साथ गिरना चाहिये.
अब खीर में चीनी मिला दीजिये, और 3-4 मिनिट तक और पकने दीजिये। बस खीर बन कर तैयार है। पिसी हुई इलाइची डाल कर चम्मच से खीर को चला दीजिये.
खीर को बाउल में निकाल कर उपर से थोडा बारीक कटा पिस्ता,बादाम चिरोजी नारियल कसा हुआ से सजादे|
बनाके देखीये मजा आजायेगा सब मेवे नही मिलते है तो भी कोइ समस्या नही है इसके अलावा भी आप कोइ भी मेवा डाल सकते है|

नोट*****मेवे की खीर व मखाने की खीर में ज्यादा अन्तर नही है
मेवे की खीर **में मेवे थोडॆ ज्यादा डालते है व मखाने कम ही।
मखाने की खीर मे मखाने ज्यादा रह्ते है व मेवे थोडे डाल सकते है।

Thursday, September 9, 2010

साबूदाने की खीर

गूगल से साभार






 
सामग्री::
साबूदाना---१०० ग्राम(बडॆ)
दूध---१ लीटर(फ़ूल क्रिम)
चीनी---१०० ग्राम
मेवे--५०ग्राम(काजू, किसमिस, चिरोजी, बादाम)
छोटी इलायची--४-५
विधि---
साबूदाने को पानी से धोकर ४-५ घंटे के लिये भिगो दिजिये।
दूध को किसी भारी तले वाले बर्तन में डालकर गरम कीजिये। दूध में उबाल आने के बाद थोडी चीनी भी डाल दीजिय। इससे खीर नीचे तली में कम चिपकेगी।  भीगे हुये साबूदाने दूध में डालिये और चमचे से चला दीजिये।

अब उबाल आने के बाद गैस धीमी कर दीजिये और प्रत्येक 5-6 मिनिट में खीर को चमचे से चलाते रहिये. ध्यान रखिये कि खीर तली में न चिपक जाये।

काजू,बादाम को बारीक काट लीजिये। किसमिस में यदि डंठल हैं तो तोड़कर धो लीजिये। आधे काजू, चिरोजी, बादाम और किसमिस भी 10--12 मिनिट बाद खीर में डाल दीजिये, ताकी ये भी थोडे गल जायें।

जब साबूदाने पारदर्शक हो जा्ये एवं खीर गाड़ी दिखने लगे, चमचे से गिराने पर दूध और साबूदाना एक साथ गिरें या हाथ से दबाकर भी देख सकते हैं, साबूदाने नरम हो गये हैं। खीर में बाकी बची चीनी मिला दीजिये।

५ मिनिट चलाते हुये पकाइये। गैस बन्द कर दीजिये बस खीर तैयार है।

 इलाइची छील कर पीसिये और खीर में मिला दीजिये। ऊपर से बाकी बचे हुये मेवे भी डाल दीजिये। छोटे साबूदाने की खीर भी इसी तरह बनाई जाती है, लेकिन छोटे साबूदाने पानी में जल्दी ही फूल जाते हैं।१५-२० मिनट मे भीग जाते है।

स्वर्णलता शर्मा

Saturday, September 4, 2010

व्रत के व्यंजन==केले की पूरियां

सामग्री--
कूटू का आटा--२५० ग्राम
कच्चे केले उबले हुये--६
सैधा नमक--तलने के लिये तेल

विधि--केले को उबाल कर छिल लें ओर मैस कर लें

कूटू के आटे में स्वादनुसार नमक व केले का गुदा मिला कर पुरी का कडा आटा गूंथ लिजीये !

मनपसन्द आकार की पूरियां बना के गर्म तेल में मध्यम आंच पर कुरकुरी तल लिजीये

दही या आलू की सब्जी के साथ खाइये....

केले की चिप्स

सामग्री----
कच्चे केले –८ १०
नमक---एक छोटी चम्मच
काली मिर्च---थोडी सी
तेल - तलने के लिये

विधि--

केले को छील ले, छिले हुये केले को चिप्स कटर से काट लीजिये.नमक मिला कर 5 मिनट के लिये रख दीजिये

पारम्परिक रूप से कच्चे केले कि चिप्स नारियल के तेल में तले जाते हैं स्वाद मे भी अच्छे लगते है लेकिन आप इन्हें रिफाइंड तेल में भी तल सकते हैं

कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये.तेल गर्म हो जाये तो उसमे कटे हुये चिप्स डालिये और कुरकुरे होने तल कर प्लेट में निकाल लीजिये. सारे कतरे केले इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये. अच्छी तरह ठंडा होने तक इन्हे खुला ही रखिये।

चिप्स पे सैधा नमक व काली मिर्च बुरक दें!

लीजिये आपके उपवास के लिये केले के कुरकुरे चिप्स तैयार है. आप इनका उपवास मे उपयोग कर सकते है!

आप इनका उपयोग गरमा गरम चाय के साथ कर सकते है खाइये और बचे हुये एयर टाइट कन्टेनर में भर कर रख सकते है ये केले

के चिप्स एक महिने तक भी खराब नहीं होते है!

स्वर्णलता शर्मा.....

Friday, September 3, 2010

लौकी की खीर( व्रत बालों के लिये)

नमस्कार,


आप सबको श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ


जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर प्रस्तुत है कुछ व्यंजन।

सबसे पहले हम चर्चा करेंगे लौकी की खीर की।



हमारे देश के हर क्षेत्र में नवरात्रि के उपवास में अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाये जाते हैं।

फलाहारी व्यजन बनाने की प्रचलित विधि मे थोडा हेरफेर कर के नया रुप रंग  स्वाद दिया जा सकता है।

लौकी की खीर बहुत ही स्वादिष्ट सुपाच्य होती है.



सामग्री---
दुध-----१लीटर
लौकी----१/२ कि०
घी---एक छोटी चम्मच
चीनी-----१००ग्राम
मेवे---आधा कप(काजु किसमिस बादाम कटे हुये)
इलायची---दो या तीन


विधि--

लौकी को छीलकर धो लीजिये। अन्दर के बीज निकाल कर कद्दूकस कर लीजिये। कद्दूकस की हुई लौकी को माइक्रोवेव में 5 मिनिट या कुकर में भाप में पका लीजिये। ठंडा कीजिये और हाथ से लौकी के अन्दर अगर पानी है, तो निचोड़ दीजिये। कड़ाई में घी डालकर गरम कीजिये और लौकी को अच्छे से भून लिजिये।


दूध को थोडा गाढा होने तक उबालें। इसके बाद उसमें लौकी, काजू और किसमिस को डाल कर  चमचे से चलाइये। गैस धीमी कर दीजिये. खीर को प्रत्येक ५ -७ मिनिट में चमचे से चलाते रहिये।  खीर कोब-तक पकने दीजिये जबतक की खीर थोडी गाढी न हो जाये। इसके बाद चीनी डाल कर १०मिनिट तक पकाईये।
.
लीजिये लौकी की खीर तैयार है।अब अपने अनुसार मेवे डाल कर सजाईयें और लड्डू गोपाल को भोग लगा कर खाईये।